
मासिक धर्म अथवा पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के लाभ ——–
धार्मिक मान्यताओं तथा परंपराओं के कारण हमारे समाज में मासिक धर्म या पीरियड के दौरान महिलाओं को अपवित्र तथा ना छूने के योग्य माना जाता है। ऐसे समय में महिलाओं को उनके दिनचर्या के कामों से भी दूर रखा जाता है। हालांकि इसके पीछे ऐसा कोई वैज्ञानिक अथवा तर्कसंगत कारण नहीं है जिससे कि महिलाओं को अपवित्र माना जाए। पर क्या आप जानते हैं कि मासिक धर्म अथवा पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के लाभ भी होता है । खैर जो भी हो पर आज हम बात करेंगे मासिक धर्म या पीरियड के दौरान संभोग करने से होने वाले लाभ के बारे में।
मासिक धर्म अथवा पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के लाभ
यदि आपको कहा जाए कि मासिक धर्म के दौरान संभोग करने से एक नहीं बल्कि कई लाभ होते हैं तो शायद आपको यह बात थोड़ी अच्छी न लगेगी। इसका कारण यह है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं की योनि से रक्त का स्त्राव होता है, इस समय संभोग करने से संभव है कि पुरुष का जननांग भी रक्त से सराबोर हो जाए। परंतु यह जानकर आप हैरान होंगे कि मासिक धर्म के दौरान संभोग करने से आपकी महिला मित्र को अनेकों फायदे हो सकते हैं । इस दौरान आप के संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है और साथ साथ आपके महिला साथी के गर्भधारण के चांसेस भी अधिक हो जाते हैं। अतः इस समय कंडोम का प्रयोग अवश्य ही करना चाहिए तथा अपने महिला साथी को लाभ पहुंचाना चाहिए। आइए जानते हैं इन फायदों के बारे में।
मासिक धर्म अथवा पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के लाभ
(1) तनाव कम होता है ———–
सेक्स के दौरान हमारे शरीर में नेचुरल फीलगुड हारमोंस एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन के संचार में वृद्धि होती है । इन फील गुड हारमोंस से हमारे मस्तिष्क में खुशी केंद्र सक्रिय हो जाते हैं। जिसके कारण चिंता व अवसाद की स्थिति नहीं होती तथा विश्राम की भावना बनती है। मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के स्वभाव में बहुत ही चिड़चिड़ापन आ जाता है और ऐसे वक्त महिलाएं छोटी-छोटी बातों पर भी तनाव लेने लगती है। परंतु ऐसे वक्त सेक्स करने से जो हार्मोन निकलते हैं उनसे महिलाओं में खुशी का संचार होता है
(2) शरीर में होने वाली ऐंठन में कमी आती है
हम सभी को यह अच्छी तरह पता है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में ऐंठन तथा पीड़ा होती है। कुछ महिलाओं में तो यह इतनी अधिक होती है कि उन्हें दर्द निवारक गोलियों का भी सेवन करना पड़ जाता है। परंतु ऐसी स्थिति में संभोग करने से महिलाओं के ऐंठन में तो कमी आती ही है। साथ-साथ उसे आत्मीयता का भी आनंद मिलता है।
(3) पीरियड के दिनों का छोटा हो जाना
पीरियड के दौरान सेक्स करने से महिला का गर्भाशय सिकुड़ने लगता है तथा योनि के मुख में फैलाव आने लगता है। अतः संकुचन के कारण इस दौरान गर्भाशय में मौजूद विकार युक्त रक्त तथा दूसरे पदार्थों का निष्कासन तेजी से होता है और पीरियड के दिन कम हो जाते हैं।
( 4 ) कम बीमार पड़ना
प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर की रक्षा की पहली रक्षापंक्ति होती है। इसका मुख्य कार्य होता है कि हमारे शरीर में जिस स्थान से बैक्टीरिया या वायरस प्रवेश करते हैं यह उसी स्थान पर उन पर आक्रमण करता है तथा हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखता है या फिर उन्हें नष्ट कर देता है या उनकी संख्या घटा देता है। शोध के अनुसार जो लोग सप्ताह में एक से दो बार संभोग क्रिया करते हैं वह लोग बहुत कम बीमार पड़ते हैं।
(5) मासिक धर्म के दौरान सेक्स करने के लिए चिकनाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है
सेक्स अथवा संभोग का सही आनंद लेने के लिए यह आवश्यक है कि महिला की योनि अच्छी तरह से गीली हो अन्यथा लिंग को प्रवेश कराने में और सेक्स क्रिया के कारण महिला के योनि की दीवार फट सकती है। जिसके कारण महिला साथी को दर्द का अनुभव होने लगेगा। परंतु मासिक धर्म के दौरान रक्त स्त्राव के कारण महिला की योनि अच्छी तरह से गीली होती है। अतः ऐसे में पुरुष को अलग से चिकनाई प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। पीरियड के दौरान सेक्स करते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि नीचे तोलिया अवश्य बिछा दे वरना आपका बिस्तर गंदा भी हो सकता है।