
पिता के अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हुए योगी आदित्यनाथ देशहित में लिया फैसला :- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन होने के बाद निश्चित ही उनके ऊपर दुख का पहाड़ टूटा होगा। परंतु वे उत्तर प्रदेश के कोरोना संकट की वजह से अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है ।
इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि उनको अंतिम क्षणों में अपने पिता के दर्शन की हार्दिक इच्छा थी लेकिन देश हित के लिए और महामारी को हराने के लिए वह कल होने वाले अपने पूज्य पिता के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लेंगे।
23 करोड़ जनता के हित को लेकर लिया गया फैसला
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे कोरोना वायरस के खिलाफ अपने राष्ट्र के इस लड़ाई में और 23 करोड़ जनता के हित को ध्यान में रखते हुए 21 अप्रैल को अपने पिता के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लेंगे। वे लॉक डाउन की सफलता और कोरोना को हराने के लिए रणनीति में जुटे हुए हैं । उन्होंने कहा कि मां से अपील है कि पूर्व आश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से अपील है कि वह लॉक डाउन का पालन करते हुए ही अंतिम संस्कार में भाग ले । पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन और श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं ।
राजधानी दिल्ली में हुआ था निधन
कई महीने से मुख्यमंत्री योगी जी के पिता आनंद सिंह बिष्ट दिल्ली के एम्स में भर्ती थे । शव को दिल्ली से उत्तराखंड ले जाया गया है फिर पैतृक गांव में अंतिम संस्कार विधि पूर्वक किया जाएगा । ज्ञात हो कि 89 साल के आनंद सिंह बिष्ट का पिछले कई दिनों से इलाज चल रहा था और वह वेंटिलेटर पर थे। उनको किडनी और लीवर से संबंधित समस्या थी तबीयत खराब होने पर उन्हें 23 मार्च को एम्स में भर्ती कराया गया था।