क्या होता है टावर ऑफ़ लाइसेंस तथा या किस धर्म से संबंधित है

क्या होता है टावर ऑफ़ लाइसेंस तथा या किस धर्म से संबंधित है — मित्रों भारत में टावर आफ लाइसेंस पारसी समुदाय के लोगों से संबंधित है । पारसी धर्म में यह अंतिम संस्कार का विशेष स्थान होता है ।
पारसी धर्म के लोगों की जब मृत्यु हो जाती है तो उनका अंतिम संस्कार जिस स्थान पर किया जाता है उसे टावर आफ लाइसेंस कहा गया है। इसके बीच में खाली गड्ढा होती है और चारों तरफ से दीवार बनी हुई होती है।
दरअसल पारसी धर्म के लोग मृतक को ना ही दफनाते हैं और ना ही जलाते हैं । वे लोग मृतक के शरीर को कौवा गरुड़ अथवा अन्य पंछियों के लिए खाने के लिए छोड़ देते हैं । पारसी लोग आग पानी और पृथ्वी को बेहद ही पवित्र मानते हैं इसलिए वे मृत शव को इन्हें ही समर्पित करके आसमान को समर्पित करते हैं । इसलिए वह मृतक शरीर को ऊंचे टावर पर रख देते हैं जिससे पंछी उसे खा सकें।
मुंबई में भी मालाबार हिल्स मे एक टावर आफ लाइसेंस बना हुआ है इसकी स्थापना 19वीं सदी में किया गया था। इसमें एक ही लोहे का दरवाजा बना हुआ है।
मित्रों यहां पर हमने आप सब को यह बताया कि क्या होता है टावर आफ लाइसेंस तथा यह किस धर्म से संबंधित है । आशा करते हैं कि यह लेख आप सबको पसंद आया होगा। आप सब को यह आलेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरुर बताइएगा तथा अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर कीजिए।